Mutual Fund: बाजार की उथल-पुथल में किन फंंड्स में करें निवेश? एक्सपर्ट ने बताई मुनाफे की स्ट्रैटजी
Mutual Fund Investment: बाजार में उथल-पुथल है. ग्लोबल सेंटीमेंट्स का असर घरेलू बाजारों पर हो रहा है. बाजार की इस अनिश्चितता में म्यूचुअल फंड निवेशक भी सतर्क नजर आ रहे हैं. हालांकि, बावजूद इसके म्यूचुअल फंड निवेशक इक्विटी फंड्स में लगातार पैसा लगा रहे हैं.
(Representational)
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Mutual Fund Investment: शेयर बाजार में उथल-पुथल है. ग्लोबल सेंटीमेंट्स का असर घरेलू बाजारों पर हो रहा है. बाजार की इस अनिश्चितता में म्यूचुअल फंड निवेशक भी सतर्क नजर आ रहे हैं. हालांकि, बावजूद इसके म्यूचुअल फंड निवेशक इक्विटी फंड्स में लगातार पैसा लगा रहे हैं. जनवरी 2023 में 12,546 करोड़ और फरवरी 2023 में 15,685 करोड़ रुपये का इनफ्लो इक्विटी फंड्स में आया. एक्सपर्ट मानते हैं कि म्यूचुअल फंड निवेशक अब पहले से ज्यादा मैच्योर हैं और वो मार्केट मूवमेंट को समझ रहे हैं. लेकिन, लगातार दिख रही अनिश्चितता का असर भरोसे पर हो सकता है. ऐसे समय में जब मार्केट सपाट होने के साथ-साथ अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा हो, तो म्यूचुअल फंड निवेशकों को भी निवेश की स्ट्रैटजी बदलनी चाहिए और पोर्टफोलियो के लिए सही फंड चुनने चाहिए.
एक्सपर्ट से जानें- कहां लगाएं पैसा
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा का कहना है, मार्केट की अनिश्चितता से निपटने के लिए म्यूचुअल फंड निवेशकों को बैलेंस एडवांटेज के कॉम्बिनेशन में निवेश करना चाहिए. बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) अपनी रिलेटिव वैल्युएशन के आधार पर स्टॉक और डेट के लिए अपने एक्सपोजर को बदलते हैं. इक्विटी निवेश की मुकाबले यह ज्यादा सुरक्षित निवेश है. इससे निवेशक को फ्लैट ट्रेंड के दौरान निवेश की अनश्चितता को कम करने में मदद मिलती है.
अरविंदर नंदा कहते हैं, इन फंड्स (BAF) का प्रबंधन अनुभवी फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है. उनकी मार्केट पर बराबर नजर रहती है और उसके हिसाब से वे निवेश की वैल्यू को मैक्सिमाइज करने के लिए फंड डिस्ट्रब्यूट करते हैं. ये फंड्स कंजर्वेटिव या एग्रेसिव दोनों तरह के निवेशकों के लिए बेहतर ऑप्शन होते हैं.
Mutual Fund में जमकर आ रहा निवेश
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एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, फरवरी 2023 में इक्विटी फंड्स में इनफ्लो 25 फीसदी (MoM) उछलकर 15686 करोड़ रुपये रहा. यह मई 2022 के बाद का टॉप लेवल है. बीते 24 महीने से इक्विटी फंड्स में लगातार नेट आधार पर इन्फ्लो हुआ.
वहीं, फरवरी में SIP निवेश का आंकड़ा 13686 करोड़ रहा. जनवरी में यह 13856 करोड़, दिसंबर 2022 में 13573 करोड़, नवंबर 2022 में 13306 करोड़ और अक्टूबर 2022 में 13041 करोड़ रुपये रहा. इस तरह लगातार पांचवे महीने SIP इनफ्लो 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रहा. SIP एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है, जिसमें हर महीने छोटी-छोटी बचत को निवेश किया जा सकता है. आज के समय में डेली SIP की भी सुविधा है. यानी, आप हर दिन निवेश कर सकते हैं. मिनिमम 100 की SIP से भी निवेश शुरू किया जा सकता है.
(डिस्कलेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
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12:48 PM IST